डिंडोरी वन मंडल में “मेरा परिसर, मेरा अभियान” के तहत सफाई अभियान संचालित

डिंडोरी वन मंडल में “मेरा परिसर, मेरा अभियान” के तहत सफाई अभियान संचालित

डिंडोरी। सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत डिंडोरी वन मंडल द्वारा स्वच्छता को लेकर विशेष पहल की गई। वन परिक्षेत्र डिंडोरी में 17 सितम्बर 2025 से 2 अक्टूबर 2025 तक “मेरा परिसर, मेरा अभियान” कार्यक्रम अंतर्गत आवासीय एवं कार्यालयीन परिसर में साफ-सफाई का विशेष अभियान चलाया गया। वन मंडल अधिकारी श्री पुनीत सोनकर एवं उपवन मंडल अधिकारी श्री सुरेंद्र सिंह जाटव के निर्देशन में यह अभियान प्रारंभ किया गया। इसमें वन परिक्षेत्र अधिकारी से लेकर वनपाल एवं वनरक्षक स्तर तक के कर्मचारी उत्साहपूर्वक शामिल हुए। अभियान का उद्देश्य न केवल परिसर की स्वच्छता सुनिश्चित करना था, बल्कि कर्मचारियों एवं आगंतुकों में स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी की भावना जाग्रत करना भी रहा।

अभियान के दौरान वन परिक्षेत्र कार्यालय प्रांगण एवं आसपास की सड़कों पर फैले कचरे, सूखे पत्तों, प्लास्टिक, कागज के टुकड़ों को खरेटा एवं झाड़ू की मदद से एकत्र कर डस्टबिन में रखा गया। इसके अलावा कार्यालय परिसर में लगाए गए पौधों की देखरेख करते हुए उनकी छंटाई एवं कटिंग का कार्य भी किया गया, जिससे परिसर का सौंदर्य और भी निखर उठा। इस दौरान सफाई अभियान से पहले और बाद की तस्वीरें भी ली गईं, ताकि स्वच्छता की वास्तविक तस्वीर सामने लाई जा सके। अभियान में विशेष रूप से वन परिक्षेत्र अधिकारी अतुल सिंह बघेल, वनपाल शिव भजनलाल गोप, शिव कुमार सांडिया, उदयभान मरावी, ईश्वर सिंह परस्ते, श्रीमती संध्या परस्ते सहित अन्य वनपालों एवं वनरक्षकों की सक्रिय भागीदारी रही। इनमें शोभित राम बनवासी, अमृत सिंह, प्रमोद परस्ते, भागचंद कश्यप, सुनील कोरी, गीता पेंद्रो, अनीता धुर्वे, पुन्नू लाल धुर्वे, अरुण सिंह ठाकुर, आलोक यादव, टेक सिंह धुर्वे, उदय सिंह धुर्वे, जसवंत घोषी, धर्मेंद्र गोड़, राजेश परते, खुशबू मरावी एवं श्रीमती निशा पटटा के साथ अन्य कर्मियों का भी योगदान सराहनीय रहा। स्थाई कर्मचारी प्रमोद दुबे सहित समस्त कार्यालयीन स्टाफ ने भी इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से संदेश दिया कि स्वच्छता केवल सरकारी कार्यक्रम तक सीमित न रहकर जीवनशैली का हिस्सा बननी चाहिए। वन विभाग अधिकारियों ने बताया कि स्वच्छता अभियान को केवल एक औपचारिक कार्यक्रम न मानकर इसे सतत रूप से जारी रखा जाएगा। उनका कहना है कि “स्वच्छ परिसर से सकारात्मक माहौल बनता है और यही माहौल बेहतर कार्यक्षमता और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ाता है।” यह अभियान महात्मा गांधी जयंती (2 अक्टूबर) तक लगातार संचालित किया जाएगा। इस अवसर पर सभी कर्मचारियों ने संकल्प लिया कि वे परिसर को स्वच्छ एवं हरा-भरा रखने में निरंतर योगदान देते रहेंगे।

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