जिले में भ्रष्टाचार की खबरों पर नहीं ली जा रही संज्ञान प्रशासन की चुप्पी से बढ़ रहे भ्रष्टाचारियों के हौसले

जिले में भ्रष्टाचार की खबरों पर नहीं ली जा रही संज्ञान

प्रशासन की चुप्पी से बढ़ रहे भ्रष्टाचारियों के हौसले

> “सत्ता के साए में सच अगर सो जाए, तो बेईमानी खुलेआम इमान बन जाए।”

जिले में भ्रष्टाचार की खबरें अब आम हो चुकी हैं।पंचायतों से लेकर विभागीय दफ्तरों तक, अनियमितताओं का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है।विकास कार्यों में खर्च की गई राशि पर सवाल उठ रहे हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि जिला प्रशासन इन गंभीर मामलों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायतें दर्ज कराई गईं, ज्ञापन सौंपे गए, जनसुनवाई में गुहार लगाई गई, लेकिन सब बेनतीजा रहा। शिकायतों का जवाब सिर्फ इतना — “जांच जारी है।” मगर वर्षों बीत जाने के बाद भी जांच का नतीजा आज तक किसी को नहीं मिला।

> “जब फाइलों में सच्चाई बंद हो जाए, तो भ्रष्टाचार खुलकर जश्न मनाए।”

जानकारी के अनुसार, कई पंचायतों बीड़ी की खरीदी और अधूरे सी सी रोड निर्माण कार्यों का पूरा भुगतान कर दिया गया। कहीं बिना कार्य किए बिल पास किए गए, तो कहीं पुराने कार्यों को नया दिखाकर राशि निकाल ली गई। जनता सवाल कर रही है कि आखिर ये सब कैसे संभव है — क्या बिना प्रशासन की नजर के इतना बड़ा खेल हो सकता है? प्रशासन की ओर से कोई सख्त रुख नहीं अपनाने के कारण अब भ्रष्टाचारियों के हौसले और भी बुलंद हो गए हैं। उन्हें न तो जांच का डर है और न किसी कार्रवाई की उम्मीद। जिले में यह धारणा बनती जा रही है कि “भ्रष्टाचार करना अब अपराध नहीं, बल्कि व्यवस्था का हिस्सा बन गया है।”

> “जिन्हें रोकना था, वो ही साथ खड़े हैं, अब भ्रष्टाचारियों के दिन बड़े हैं।”

जनता का विश्वास धीरे-धीरे प्रशासन से उठता जा रहा है। लोग अब यह सवाल करने लगे हैं कि —

क्या जिले में भ्रष्टाचार का कोई अंत नहीं? क्या प्रशासन की जिम्मेदारी अब केवल फाइलों तक सीमित हो गई है?

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इसी तरह की उदासीनता बनी रही,तो आने वाले दिनों में विकास योजनाओं की साख पर गंभीर असर पड़ेगा।जनता के पैसे से बनने वाले कामों का लाभ कुछ चुनिंदा लोगों तक ही सीमित रह जाएगा।

> “जब तक सच्चाई को आवाज़ नहीं मिलती, हर झूठ सच बनकर चलता है।”

अब पूरा जिला यह उम्मीद लगाए बैठा है कि प्रशासन जागे और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए।

क्योंकि अगर अब भी चुप्पी बनी रही, तो आने वाले समय में भ्रष्टाचार ही व्यवस्था की नई परिभाषा बन जाएगा।

सच का सामना न्यूज आपको रखे आगे प्रधान संपादक सुशील ठाकुर संपर्क सूत्र ,,8518804173,,8827938933

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